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Congratulations!!!" भारतीय इतिहास फ्री टेस्ट -4 "
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भारत में अंग्रेजो का आगमन
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Question 1 of 10
1. Question
1 points
सूची I को सूची II से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए
सूची ।(इसका स्थान) सूची II (किले का नाम)
A फोर्ट सेंट डेविड 1. पांडिचेरी
B फोर्ट विलियम 2. कड्डलोर
C फोर्ट सेंट जार्ज 3. बंगाल
D फोट लुई 4. मद्रास
Correct
व्याख्या-
फोर्ट सेंट जार्ज-
1632 ई० में गोलकुण्डा के सुल्तान से स्वर्णिम फरमान प्राप्त करने के बाद अंग्रेज फ्रांसिस डे ने चन्द्रगिरि के राजा परमेला वेंकटप्पा से मद्रास को पट्टे पर लिया
फ्रांसिस डे ने मद्रास में एक किलाबंदी कोठी का निर्माण किया।
मद्रास की कोठी का नाम फोर्ट सेंट जार्ज पड़ा
सितम्बर, 1641 ई० में कम्पनी का मुख्यालय मसूलीपट्टम से मद्रास स्थित फोर्ट सेन्ट जार्ज में स्थानान्तरित कर दिया गया।
फोर्ट विलियम *
फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना लार्ड वेलेजली के समय में हुई।
1697 ई० में कलकत्ता में फोर्ट विलियम की नींव पड़ी।
फोट लुई –
1701 में पाण्डिचेरी को फ्रांसीसियों की सभी बस्तियों का मुख्यालय बनाया गया
फ्रेकों मार्टिन ने पाण्डिचेरी की फैक्ट्री में फोर्ट लुई का निर्माण किया ।
फ़ोर्ट सेण्ट डेविड-
फोर्ट सेंट डेविड कड्डलोर में स्थित है।
फ़ोर्ट सेण्ट डेविड का निर्माण ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा 18वीं शताब्दी में करवाया था। यह क़िला पांडिचेरी से कुछ दक्षिण में चोलमंडल तट पर स्थित है।
Incorrect
व्याख्या-
फोर्ट सेंट जार्ज-
1632 ई० में गोलकुण्डा के सुल्तान से स्वर्णिम फरमान प्राप्त करने के बाद अंग्रेज फ्रांसिस डे ने चन्द्रगिरि के राजा परमेला वेंकटप्पा से मद्रास को पट्टे पर लिया
फ्रांसिस डे ने मद्रास में एक किलाबंदी कोठी का निर्माण किया।
मद्रास की कोठी का नाम फोर्ट सेंट जार्ज पड़ा
सितम्बर, 1641 ई० में कम्पनी का मुख्यालय मसूलीपट्टम से मद्रास स्थित फोर्ट सेन्ट जार्ज में स्थानान्तरित कर दिया गया।
फोर्ट विलियम *
फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना लार्ड वेलेजली के समय में हुई।
1697 ई० में कलकत्ता में फोर्ट विलियम की नींव पड़ी।
फोट लुई –
1701 में पाण्डिचेरी को फ्रांसीसियों की सभी बस्तियों का मुख्यालय बनाया गया
फ्रेकों मार्टिन ने पाण्डिचेरी की फैक्ट्री में फोर्ट लुई का निर्माण किया ।
फ़ोर्ट सेण्ट डेविड-
फोर्ट सेंट डेविड कड्डलोर में स्थित है।
फ़ोर्ट सेण्ट डेविड का निर्माण ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा 18वीं शताब्दी में करवाया था। यह क़िला पांडिचेरी से कुछ दक्षिण में चोलमंडल तट पर स्थित है।
Unattempted
व्याख्या-
फोर्ट सेंट जार्ज-
1632 ई० में गोलकुण्डा के सुल्तान से स्वर्णिम फरमान प्राप्त करने के बाद अंग्रेज फ्रांसिस डे ने चन्द्रगिरि के राजा परमेला वेंकटप्पा से मद्रास को पट्टे पर लिया
फ्रांसिस डे ने मद्रास में एक किलाबंदी कोठी का निर्माण किया।
मद्रास की कोठी का नाम फोर्ट सेंट जार्ज पड़ा
सितम्बर, 1641 ई० में कम्पनी का मुख्यालय मसूलीपट्टम से मद्रास स्थित फोर्ट सेन्ट जार्ज में स्थानान्तरित कर दिया गया।
फोर्ट विलियम *
फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना लार्ड वेलेजली के समय में हुई।
1697 ई० में कलकत्ता में फोर्ट विलियम की नींव पड़ी।
फोट लुई –
1701 में पाण्डिचेरी को फ्रांसीसियों की सभी बस्तियों का मुख्यालय बनाया गया
फ्रेकों मार्टिन ने पाण्डिचेरी की फैक्ट्री में फोर्ट लुई का निर्माण किया ।
फ़ोर्ट सेण्ट डेविड-
फोर्ट सेंट डेविड कड्डलोर में स्थित है।
फ़ोर्ट सेण्ट डेविड का निर्माण ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा 18वीं शताब्दी में करवाया था। यह क़िला पांडिचेरी से कुछ दक्षिण में चोलमंडल तट पर स्थित है।
Question 2 of 10
2. Question
1 points
निम्नलिखित में से कौन सा भारत में अंग्रेजी कारखानों की स्थापना का सही कालानुक्रम है?
Correct
व्याख्या-
1608 – सूरत-प्रथम फैक्ट्री
1611 – मसूलीपट्टम-प्रथम दक्षिण भारत में फैक्ट्री
1612 – सूरत प्रथम किलेबन्द फैक्ट्री।
1632 सुनहला फरमान:- इस फरमान के द्वारा गोलकुण्डा के सुल्तान ने 500 पगोड़ा वार्षिक कर के बदले में व्यापारिक छूट प्रदान की। इसे ही Golden Farmer कहा गया।
1639:- एक अंग्रेज फांसिसडे ने चन्द्रगिरि के राजा से एक क्षेत्र किराये पर लिया जहाँ पर एक किलेबन्द फैक्ट्री फोर्टसेंट जार्ज की स्थापना की गई।
उत्तर-पूर्व तट पर फैक्ट्री:- 1633:- उड़ीसा में हरिहरपुर तथा बाला सोर में फैक्ट्रियां स्थापित की गयी।
1651:- ब्रिजमैन ने हुगली में व्यापारिक कोठी स्थापित की। फिर उसी वर्ष पटने और कासिम बाजार में भी व्यापारिक कोठियां स्थापित हुई।
1658:- बंगाल बिहार उड़ीसा और कोरोमण्डल तट की सभी प्रमुख फैक्ट्रियाँ फोर्टसेंट जार्ज के अधीन कर दी गयी।
बंगाल में अंग्रेजी व्यापार की प्रमुख वस्तुयें रेशमी कपड़े, सूती कपड़े, शोरा, और चीनी थी।
1669:- इस वर्ष सूरत के गर्वनर औगियान (एवं बम्बई के प्रमुख) ने प्रसिद्ध वक्तब्य दिया ’’अब समय का तकाजा है कि हम अपने एक हाथ में तलवार लेकर अपने व्यापार का प्र्बन्ध करें’’।
बम्बई:- बम्बई का द्वीप पुर्तगीज राजकुमारी कैथरीन की ब्रिटिश राजकुमार चाल्र्स के साथ विवाह के उपलक्ष्य में पुर्तगालियों ने अंग्रेजों को 1661 ई0 में दिया, जिसे 1668 ई0 में चाल्र्स ने ईस्ट-इंण्डिया कम्पनी को 10 पौंड वार्षिक किराये पर प्रदान किया।
1687:- इस वर्ष तक आते-आते सूरत की जगह बम्बई अंग्रेजों की प्रमुख व्यापारी बस्ती बन गयी।
1688:- बम्बई के प्रमुख सरजाॅन चाइल्ड ने बम्बई और पश्चिमी समुद्र तट पर कई मुगल जहाजों को पकड़ लिया परन्तु औरंगजेब ने उनका कठोरता से दमन किया। डेढ़ लाख रूपये हर्जाना के एवज में उन्हें आम माॅफी दे दी गयी।
1698 ई. में 1,200 रुपये में कंपनी को तीन गाँव- सुतानाती, कालीकट और गोविंदपुर की जमींदारी दी।
Incorrect
व्याख्या-
1608 – सूरत-प्रथम फैक्ट्री
1611 – मसूलीपट्टम-प्रथम दक्षिण भारत में फैक्ट्री
1612 – सूरत प्रथम किलेबन्द फैक्ट्री।
1632 सुनहला फरमान:- इस फरमान के द्वारा गोलकुण्डा के सुल्तान ने 500 पगोड़ा वार्षिक कर के बदले में व्यापारिक छूट प्रदान की। इसे ही Golden Farmer कहा गया।
1639:- एक अंग्रेज फांसिसडे ने चन्द्रगिरि के राजा से एक क्षेत्र किराये पर लिया जहाँ पर एक किलेबन्द फैक्ट्री फोर्टसेंट जार्ज की स्थापना की गई।
उत्तर-पूर्व तट पर फैक्ट्री:- 1633:- उड़ीसा में हरिहरपुर तथा बाला सोर में फैक्ट्रियां स्थापित की गयी।
1651:- ब्रिजमैन ने हुगली में व्यापारिक कोठी स्थापित की। फिर उसी वर्ष पटने और कासिम बाजार में भी व्यापारिक कोठियां स्थापित हुई।
1658:- बंगाल बिहार उड़ीसा और कोरोमण्डल तट की सभी प्रमुख फैक्ट्रियाँ फोर्टसेंट जार्ज के अधीन कर दी गयी।
बंगाल में अंग्रेजी व्यापार की प्रमुख वस्तुयें रेशमी कपड़े, सूती कपड़े, शोरा, और चीनी थी।
1669:- इस वर्ष सूरत के गर्वनर औगियान (एवं बम्बई के प्रमुख) ने प्रसिद्ध वक्तब्य दिया ’’अब समय का तकाजा है कि हम अपने एक हाथ में तलवार लेकर अपने व्यापार का प्र्बन्ध करें’’।
बम्बई:- बम्बई का द्वीप पुर्तगीज राजकुमारी कैथरीन की ब्रिटिश राजकुमार चाल्र्स के साथ विवाह के उपलक्ष्य में पुर्तगालियों ने अंग्रेजों को 1661 ई0 में दिया, जिसे 1668 ई0 में चाल्र्स ने ईस्ट-इंण्डिया कम्पनी को 10 पौंड वार्षिक किराये पर प्रदान किया।
1687:- इस वर्ष तक आते-आते सूरत की जगह बम्बई अंग्रेजों की प्रमुख व्यापारी बस्ती बन गयी।
1688:- बम्बई के प्रमुख सरजाॅन चाइल्ड ने बम्बई और पश्चिमी समुद्र तट पर कई मुगल जहाजों को पकड़ लिया परन्तु औरंगजेब ने उनका कठोरता से दमन किया। डेढ़ लाख रूपये हर्जाना के एवज में उन्हें आम माॅफी दे दी गयी।
1698 ई. में 1,200 रुपये में कंपनी को तीन गाँव- सुतानाती, कालीकट और गोविंदपुर की जमींदारी दी।
Unattempted
व्याख्या-
1608 – सूरत-प्रथम फैक्ट्री
1611 – मसूलीपट्टम-प्रथम दक्षिण भारत में फैक्ट्री
1612 – सूरत प्रथम किलेबन्द फैक्ट्री।
1632 सुनहला फरमान:- इस फरमान के द्वारा गोलकुण्डा के सुल्तान ने 500 पगोड़ा वार्षिक कर के बदले में व्यापारिक छूट प्रदान की। इसे ही Golden Farmer कहा गया।
1639:- एक अंग्रेज फांसिसडे ने चन्द्रगिरि के राजा से एक क्षेत्र किराये पर लिया जहाँ पर एक किलेबन्द फैक्ट्री फोर्टसेंट जार्ज की स्थापना की गई।
उत्तर-पूर्व तट पर फैक्ट्री:- 1633:- उड़ीसा में हरिहरपुर तथा बाला सोर में फैक्ट्रियां स्थापित की गयी।
1651:- ब्रिजमैन ने हुगली में व्यापारिक कोठी स्थापित की। फिर उसी वर्ष पटने और कासिम बाजार में भी व्यापारिक कोठियां स्थापित हुई।
1658:- बंगाल बिहार उड़ीसा और कोरोमण्डल तट की सभी प्रमुख फैक्ट्रियाँ फोर्टसेंट जार्ज के अधीन कर दी गयी।
बंगाल में अंग्रेजी व्यापार की प्रमुख वस्तुयें रेशमी कपड़े, सूती कपड़े, शोरा, और चीनी थी।
1669:- इस वर्ष सूरत के गर्वनर औगियान (एवं बम्बई के प्रमुख) ने प्रसिद्ध वक्तब्य दिया ’’अब समय का तकाजा है कि हम अपने एक हाथ में तलवार लेकर अपने व्यापार का प्र्बन्ध करें’’।
बम्बई:- बम्बई का द्वीप पुर्तगीज राजकुमारी कैथरीन की ब्रिटिश राजकुमार चाल्र्स के साथ विवाह के उपलक्ष्य में पुर्तगालियों ने अंग्रेजों को 1661 ई0 में दिया, जिसे 1668 ई0 में चाल्र्स ने ईस्ट-इंण्डिया कम्पनी को 10 पौंड वार्षिक किराये पर प्रदान किया।
1687:- इस वर्ष तक आते-आते सूरत की जगह बम्बई अंग्रेजों की प्रमुख व्यापारी बस्ती बन गयी।
1688:- बम्बई के प्रमुख सरजाॅन चाइल्ड ने बम्बई और पश्चिमी समुद्र तट पर कई मुगल जहाजों को पकड़ लिया परन्तु औरंगजेब ने उनका कठोरता से दमन किया। डेढ़ लाख रूपये हर्जाना के एवज में उन्हें आम माॅफी दे दी गयी।
1698 ई. में 1,200 रुपये में कंपनी को तीन गाँव- सुतानाती, कालीकट और गोविंदपुर की जमींदारी दी।
Question 3 of 10
3. Question
1 points
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
****1826 की यांदयू संधि ने रास्ता साफ किया
अंग्रेज व्यापारियों के लिए आश्वासनपूर्ण संरक्षण का
अंग्रेजों के लिए एक करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति का
बर्मा के लोगों तथा अंग्रेजों के बीच घोर लड़ाईयों का
चाय के लिए असम के अधिग्रहण का
इनमें से कौन सा कथन सही है .
Correct
व्याख्या-
प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध-
1824-ई0 में ब्रिटिश भारत के शासकों ने बर्मा के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया।
फरवरी 1826 ई0 में यांदूब संधि के द्वारा शांति स्थापित हुई थी।
यांदाबू संधि पर 24 फरवरी, 1826 को प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध के बाद हस्ताक्षर किये गए थे। अंग्रेजों के और से जनरल आर्किबाल्ड द्वारा इस संधि पर हस्ताक्षर किये गये।
यांदूब संधि की शर्ते निग्न थी-
अंग्रेज व्यापारियों के लिए आश्वासनपूर्ण संरक्षण का
धर्मा सरकार ने लड़ाई के हर्जाने के रूप में एक करोड़ रुपये देना स्वीकार किया।
अराकान और तेनासेरिम के समुद्रतटीय प्रांतों से बर्मा ने अधिकार छोड़ दिया।
असम, कछार तथा जयंतिया पर वर्मा ने सारे दावे छोड़ दिये।
बर्मा ने मणिपुर को स्वतंत्र राज्य के रूप में स्वीकार कर लिया।
ब्रिटेन के साथ वर्मा ने एक व्यापारिक संधि पर बातचीत करने के लिए तैयार हो गया,
अवा में एक ब्रिटिश रेजिडेन्ट रखने और कलकत्ता में एक बर्मी
Incorrect
व्याख्या-
प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध-
1824-ई0 में ब्रिटिश भारत के शासकों ने बर्मा के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया।
फरवरी 1826 ई0 में यांदूब संधि के द्वारा शांति स्थापित हुई थी।
यांदाबू संधि पर 24 फरवरी, 1826 को प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध के बाद हस्ताक्षर किये गए थे। अंग्रेजों के और से जनरल आर्किबाल्ड द्वारा इस संधि पर हस्ताक्षर किये गये।
यांदूब संधि की शर्ते निग्न थी-
अंग्रेज व्यापारियों के लिए आश्वासनपूर्ण संरक्षण का
धर्मा सरकार ने लड़ाई के हर्जाने के रूप में एक करोड़ रुपये देना स्वीकार किया।
अराकान और तेनासेरिम के समुद्रतटीय प्रांतों से बर्मा ने अधिकार छोड़ दिया।
असम, कछार तथा जयंतिया पर वर्मा ने सारे दावे छोड़ दिये।
बर्मा ने मणिपुर को स्वतंत्र राज्य के रूप में स्वीकार कर लिया।
ब्रिटेन के साथ वर्मा ने एक व्यापारिक संधि पर बातचीत करने के लिए तैयार हो गया,
अवा में एक ब्रिटिश रेजिडेन्ट रखने और कलकत्ता में एक बर्मी
Unattempted
व्याख्या-
प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध-
1824-ई0 में ब्रिटिश भारत के शासकों ने बर्मा के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया।
फरवरी 1826 ई0 में यांदूब संधि के द्वारा शांति स्थापित हुई थी।
यांदाबू संधि पर 24 फरवरी, 1826 को प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध के बाद हस्ताक्षर किये गए थे। अंग्रेजों के और से जनरल आर्किबाल्ड द्वारा इस संधि पर हस्ताक्षर किये गये।
यांदूब संधि की शर्ते निग्न थी-
अंग्रेज व्यापारियों के लिए आश्वासनपूर्ण संरक्षण का
धर्मा सरकार ने लड़ाई के हर्जाने के रूप में एक करोड़ रुपये देना स्वीकार किया।
अराकान और तेनासेरिम के समुद्रतटीय प्रांतों से बर्मा ने अधिकार छोड़ दिया।
असम, कछार तथा जयंतिया पर वर्मा ने सारे दावे छोड़ दिये।
बर्मा ने मणिपुर को स्वतंत्र राज्य के रूप में स्वीकार कर लिया।
ब्रिटेन के साथ वर्मा ने एक व्यापारिक संधि पर बातचीत करने के लिए तैयार हो गया,
अवा में एक ब्रिटिश रेजिडेन्ट रखने और कलकत्ता में एक बर्मी
Question 4 of 10
4. Question
1 points
कथन (A): अंग्रेजों ने विधिसम्मत शासन की आधुनिक .धारणा को भारत में प्रारम्भ किया।
कारण (R): अंग्रेजों द्वारा भारत में उस समय प्रचलित वैयक्तिक सिविल कानून को मान्यता प्रदान नहीं की गयी।
Correct
व्याख्या-
अंग्रेजों ने भारत में पहली बार विधि के शासन जैसे आधुनिक परिकल्पना स्थापित की।
अंग्रेजों ने भारत में पहले से चल रही मनमाने ढंग की न्याय व्यवस्था समाप्त कर दिया ।
अंग्रेजों ने विधि सम्मत शासन की आधुनिक .धारणा को भारत में प्रारम्भ किया।
अब प्रत्येक व्यक्ति को अपने अधिकार अथवा विशेषाधिकार का ज्ञान मिल सकता था
अब कोई भी व्यक्ति अपने विरुद्ध किये जाने वाले अत्याचार का न्यायालय के माध्यम से प्रतिवाद कर सकता था।
अंग्रेजों से पूर्व भी किसी शासक ने भारत के भिन्न धर्मावलम्बियों पर तथा समुदायों पर एक ही दीवानी कानून लादने का प्रयत्न नहीं किया था।
Incorrect
व्याख्या-
अंग्रेजों ने भारत में पहली बार विधि के शासन जैसे आधुनिक परिकल्पना स्थापित की।
अंग्रेजों ने भारत में पहले से चल रही मनमाने ढंग की न्याय व्यवस्था समाप्त कर दिया ।
अंग्रेजों ने विधि सम्मत शासन की आधुनिक .धारणा को भारत में प्रारम्भ किया।
अब प्रत्येक व्यक्ति को अपने अधिकार अथवा विशेषाधिकार का ज्ञान मिल सकता था
अब कोई भी व्यक्ति अपने विरुद्ध किये जाने वाले अत्याचार का न्यायालय के माध्यम से प्रतिवाद कर सकता था।
अंग्रेजों से पूर्व भी किसी शासक ने भारत के भिन्न धर्मावलम्बियों पर तथा समुदायों पर एक ही दीवानी कानून लादने का प्रयत्न नहीं किया था।
Unattempted
व्याख्या-
अंग्रेजों ने भारत में पहली बार विधि के शासन जैसे आधुनिक परिकल्पना स्थापित की।
अंग्रेजों ने भारत में पहले से चल रही मनमाने ढंग की न्याय व्यवस्था समाप्त कर दिया ।
अंग्रेजों ने विधि सम्मत शासन की आधुनिक .धारणा को भारत में प्रारम्भ किया।
अब प्रत्येक व्यक्ति को अपने अधिकार अथवा विशेषाधिकार का ज्ञान मिल सकता था
अब कोई भी व्यक्ति अपने विरुद्ध किये जाने वाले अत्याचार का न्यायालय के माध्यम से प्रतिवाद कर सकता था।
अंग्रेजों से पूर्व भी किसी शासक ने भारत के भिन्न धर्मावलम्बियों पर तथा समुदायों पर एक ही दीवानी कानून लादने का प्रयत्न नहीं किया था।
Question 5 of 10
5. Question
1 points
निम्न में से कौन से युद्ध के साथ ही अंग्रेजी आधिपत्य को फ्रांस की चुनौती समाप्त हो गयी
Correct
व्याख्या-
अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के बीच निर्णायक लड़ाई ‘वांडीवाश(1760)’ में लड़ी गयी।
काउंट लाली के नेतृत्व वाली फ्रांसीसी सेना को आयरकूट के नेतृत्व में अंग्रेजी सेना ने पराजित कर दिया।
‘वांडीवाश युद्ध पर मालसन की टिपणी -“वाडीवाश के युद्ध में , ड्यूमा तथा डूप्ले ने निर्मित महान भवन ध्वस्त कर दिया।
1761 ई0 में अंग्रेजों ने पाण्डिचेरी को भी अपने अधिकार में कर लिया
अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के बीच पेरिस की संधि (1761 ई0) पर हस्ताक्षर होते ही 1763 ई0 में सप्तवर्षीय यद्ध समाप्त आ शा।
Incorrect
व्याख्या-
अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के बीच निर्णायक लड़ाई ‘वांडीवाश(1760)’ में लड़ी गयी।
काउंट लाली के नेतृत्व वाली फ्रांसीसी सेना को आयरकूट के नेतृत्व में अंग्रेजी सेना ने पराजित कर दिया।
‘वांडीवाश युद्ध पर मालसन की टिपणी -“वाडीवाश के युद्ध में , ड्यूमा तथा डूप्ले ने निर्मित महान भवन ध्वस्त कर दिया।
1761 ई0 में अंग्रेजों ने पाण्डिचेरी को भी अपने अधिकार में कर लिया
अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के बीच पेरिस की संधि (1761 ई0) पर हस्ताक्षर होते ही 1763 ई0 में सप्तवर्षीय यद्ध समाप्त आ शा।
Unattempted
व्याख्या-
अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के बीच निर्णायक लड़ाई ‘वांडीवाश(1760)’ में लड़ी गयी।
काउंट लाली के नेतृत्व वाली फ्रांसीसी सेना को आयरकूट के नेतृत्व में अंग्रेजी सेना ने पराजित कर दिया।
‘वांडीवाश युद्ध पर मालसन की टिपणी -“वाडीवाश के युद्ध में , ड्यूमा तथा डूप्ले ने निर्मित महान भवन ध्वस्त कर दिया।
1761 ई0 में अंग्रेजों ने पाण्डिचेरी को भी अपने अधिकार में कर लिया
अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के बीच पेरिस की संधि (1761 ई0) पर हस्ताक्षर होते ही 1763 ई0 में सप्तवर्षीय यद्ध समाप्त आ शा।
Question 6 of 10
6. Question
1 points
भारत में पहली अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित की गयी.
Correct
व्याख्या-
अंग्रेज राजदूत विलियम हाकिंस ने मुगल बादशाह जहाँगीर से 1608 ई0 में अनुमति प्राप्त की!
1608 में सूरत में सर्वप्रथम अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपनी फैक्ट्री स्थापित की।
1611 ई0 में मसुलीपट्टनम में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित हुई।
1632 सुनहला फरमान:- इस फरमान के द्वारा गोलकुण्डा के सुल्तान ने 500 पगोड़ा वार्षिक कर के बदले में व्यापारिक छूट प्रदान की। इसे ही Golden Farmer कहा गया।
1639:- एक अंग्रेज फांसिसडे ने चन्द्रगिरि के राजा से एक क्षेत्र किराये पर लिया जहाँ पर एक किलेबन्द फैक्ट्री फोर्टसेंट जार्ज की स्थापना की गई।
उत्तर-पूर्व तट पर फैक्ट्री:- 1633:- उड़ीसा में हरिहरपुर तथा बाला सोर में फैक्ट्रियां स्थापित की गयी।
1651:- ब्रिजमैन ने हुगली में व्यापारिक कोठी स्थापित की। फिर उसी वर्ष पटने और कासिम बाजार में भी व्यापारिक कोठियां स्थापित हुई।
1658:- बंगाल बिहार उड़ीसा और कोरोमण्डल तट की सभी प्रमुख फैक्ट्रियाँ फोर्टसेंट जार्ज के अधीन कर दी गयी।
बंगाल में अंग्रेजी व्यापार की प्रमुख वस्तुयें रेशमी कपड़े, सूती कपड़े, शोरा, और चीनी थी।
1669:- इस वर्ष सूरत के गर्वनर औगियान (एवं बम्बई के प्रमुख) ने प्रसिद्ध वक्तब्य दिया ’’अब समय का तकाजा है कि हम अपने एक हाथ में तलवार लेकर अपने व्यापार का प्र्बन्ध करें’’।
बम्बई:- बम्बई का द्वीप पुर्तगीज राजकुमारी कैथरीन की ब्रिटिश राजकुमार चाल्र्स के साथ विवाह के उपलक्ष्य में पुर्तगालियों ने अंग्रेजों को 1661 ई0 में दिया, जिसे 1668 ई0 में चाल्र्स ने ईस्ट-इंण्डिया कम्पनी को 10 पौंड वार्षिक किराये पर प्रदान किया।
1687:- इस वर्ष तक आते-आते सूरत की जगह बम्बई अंग्रेजों की प्रमुख व्यापारी बस्ती बन गयी।
1688:- बम्बई के प्रमुख सरजाॅन चाइल्ड ने बम्बई और पश्चिमी समुद्र तट पर कई मुगल जहाजों को पकड़ लिया परन्तु औरंगजेब ने उनका कठोरता से दमन किया। डेढ़ लाख रूपये हर्जाना के एवज में उन्हें आम माॅफी दे दी गयी।
Incorrect
व्याख्या-
अंग्रेज राजदूत विलियम हाकिंस ने मुगल बादशाह जहाँगीर से 1608 ई0 में अनुमति प्राप्त की!
1608 में सूरत में सर्वप्रथम अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपनी फैक्ट्री स्थापित की।
1611 ई0 में मसुलीपट्टनम में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित हुई।
1632 सुनहला फरमान:- इस फरमान के द्वारा गोलकुण्डा के सुल्तान ने 500 पगोड़ा वार्षिक कर के बदले में व्यापारिक छूट प्रदान की। इसे ही Golden Farmer कहा गया।
1639:- एक अंग्रेज फांसिसडे ने चन्द्रगिरि के राजा से एक क्षेत्र किराये पर लिया जहाँ पर एक किलेबन्द फैक्ट्री फोर्टसेंट जार्ज की स्थापना की गई।
उत्तर-पूर्व तट पर फैक्ट्री:- 1633:- उड़ीसा में हरिहरपुर तथा बाला सोर में फैक्ट्रियां स्थापित की गयी।
1651:- ब्रिजमैन ने हुगली में व्यापारिक कोठी स्थापित की। फिर उसी वर्ष पटने और कासिम बाजार में भी व्यापारिक कोठियां स्थापित हुई।
1658:- बंगाल बिहार उड़ीसा और कोरोमण्डल तट की सभी प्रमुख फैक्ट्रियाँ फोर्टसेंट जार्ज के अधीन कर दी गयी।
बंगाल में अंग्रेजी व्यापार की प्रमुख वस्तुयें रेशमी कपड़े, सूती कपड़े, शोरा, और चीनी थी।
1669:- इस वर्ष सूरत के गर्वनर औगियान (एवं बम्बई के प्रमुख) ने प्रसिद्ध वक्तब्य दिया ’’अब समय का तकाजा है कि हम अपने एक हाथ में तलवार लेकर अपने व्यापार का प्र्बन्ध करें’’।
बम्बई:- बम्बई का द्वीप पुर्तगीज राजकुमारी कैथरीन की ब्रिटिश राजकुमार चाल्र्स के साथ विवाह के उपलक्ष्य में पुर्तगालियों ने अंग्रेजों को 1661 ई0 में दिया, जिसे 1668 ई0 में चाल्र्स ने ईस्ट-इंण्डिया कम्पनी को 10 पौंड वार्षिक किराये पर प्रदान किया।
1687:- इस वर्ष तक आते-आते सूरत की जगह बम्बई अंग्रेजों की प्रमुख व्यापारी बस्ती बन गयी।
1688:- बम्बई के प्रमुख सरजाॅन चाइल्ड ने बम्बई और पश्चिमी समुद्र तट पर कई मुगल जहाजों को पकड़ लिया परन्तु औरंगजेब ने उनका कठोरता से दमन किया। डेढ़ लाख रूपये हर्जाना के एवज में उन्हें आम माॅफी दे दी गयी।
Unattempted
व्याख्या-
अंग्रेज राजदूत विलियम हाकिंस ने मुगल बादशाह जहाँगीर से 1608 ई0 में अनुमति प्राप्त की!
1608 में सूरत में सर्वप्रथम अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपनी फैक्ट्री स्थापित की।
1611 ई0 में मसुलीपट्टनम में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित हुई।
1632 सुनहला फरमान:- इस फरमान के द्वारा गोलकुण्डा के सुल्तान ने 500 पगोड़ा वार्षिक कर के बदले में व्यापारिक छूट प्रदान की। इसे ही Golden Farmer कहा गया।
1639:- एक अंग्रेज फांसिसडे ने चन्द्रगिरि के राजा से एक क्षेत्र किराये पर लिया जहाँ पर एक किलेबन्द फैक्ट्री फोर्टसेंट जार्ज की स्थापना की गई।
उत्तर-पूर्व तट पर फैक्ट्री:- 1633:- उड़ीसा में हरिहरपुर तथा बाला सोर में फैक्ट्रियां स्थापित की गयी।
1651:- ब्रिजमैन ने हुगली में व्यापारिक कोठी स्थापित की। फिर उसी वर्ष पटने और कासिम बाजार में भी व्यापारिक कोठियां स्थापित हुई।
1658:- बंगाल बिहार उड़ीसा और कोरोमण्डल तट की सभी प्रमुख फैक्ट्रियाँ फोर्टसेंट जार्ज के अधीन कर दी गयी।
बंगाल में अंग्रेजी व्यापार की प्रमुख वस्तुयें रेशमी कपड़े, सूती कपड़े, शोरा, और चीनी थी।
1669:- इस वर्ष सूरत के गर्वनर औगियान (एवं बम्बई के प्रमुख) ने प्रसिद्ध वक्तब्य दिया ’’अब समय का तकाजा है कि हम अपने एक हाथ में तलवार लेकर अपने व्यापार का प्र्बन्ध करें’’।
बम्बई:- बम्बई का द्वीप पुर्तगीज राजकुमारी कैथरीन की ब्रिटिश राजकुमार चाल्र्स के साथ विवाह के उपलक्ष्य में पुर्तगालियों ने अंग्रेजों को 1661 ई0 में दिया, जिसे 1668 ई0 में चाल्र्स ने ईस्ट-इंण्डिया कम्पनी को 10 पौंड वार्षिक किराये पर प्रदान किया।
1687:- इस वर्ष तक आते-आते सूरत की जगह बम्बई अंग्रेजों की प्रमुख व्यापारी बस्ती बन गयी।
1688:- बम्बई के प्रमुख सरजाॅन चाइल्ड ने बम्बई और पश्चिमी समुद्र तट पर कई मुगल जहाजों को पकड़ लिया परन्तु औरंगजेब ने उनका कठोरता से दमन किया। डेढ़ लाख रूपये हर्जाना के एवज में उन्हें आम माॅफी दे दी गयी।
Question 7 of 10
7. Question
1 points
अंग्रेज ईस्ट इण्डिया कंपनी की स्थापना का अधिकार पत्र प्रदान किया था
Correct
व्याख्या-
अंग्रेज ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना सन् 1600 ई0 में हुई
ईस्ट इंडिया का नाम -‘गवर्नर एण्ड कंपनी ऑफ मर्चेण्ट्स ऑफ लंदन ट्रेडिंग इन टू द ईस्ट इण्डीज’
अंग्रेज ईस्ट इण्डिया कंपनी की स्थापना का अधिकार पत्र इंग्लैण्ड की महारानी एलिजाबेथ ने 31 दिसम्बर 1600 प्रदान किया था
अधिकार पत्र द्वारा इसे 15 वर्षों के लिए पूर्वी देशों के साथ व्यापार करने का एकाधिकार प्रदान किया।
Incorrect
व्याख्या-
अंग्रेज ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना सन् 1600 ई0 में हुई
ईस्ट इंडिया का नाम -‘गवर्नर एण्ड कंपनी ऑफ मर्चेण्ट्स ऑफ लंदन ट्रेडिंग इन टू द ईस्ट इण्डीज’
अंग्रेज ईस्ट इण्डिया कंपनी की स्थापना का अधिकार पत्र इंग्लैण्ड की महारानी एलिजाबेथ ने 31 दिसम्बर 1600 प्रदान किया था
अधिकार पत्र द्वारा इसे 15 वर्षों के लिए पूर्वी देशों के साथ व्यापार करने का एकाधिकार प्रदान किया।
Unattempted
व्याख्या-
अंग्रेज ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना सन् 1600 ई0 में हुई
ईस्ट इंडिया का नाम -‘गवर्नर एण्ड कंपनी ऑफ मर्चेण्ट्स ऑफ लंदन ट्रेडिंग इन टू द ईस्ट इण्डीज’
अंग्रेज ईस्ट इण्डिया कंपनी की स्थापना का अधिकार पत्र इंग्लैण्ड की महारानी एलिजाबेथ ने 31 दिसम्बर 1600 प्रदान किया था
अधिकार पत्र द्वारा इसे 15 वर्षों के लिए पूर्वी देशों के साथ व्यापार करने का एकाधिकार प्रदान किया।
Question 8 of 10
8. Question
1 points
निम्नलिखित यूरोपीय व्यापारिक वर्गों में किसने सर्वप्रथम सूरत में अपनी फैक्ट्री स्थापित की
Correct
व्याख्या-
1608 में सूरत में सर्वप्रथम अपनी फैक्ट्री अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने स्थापित की।
1608 ई0 में विलियम हाकिंस ने मुगल बादशाह जहाँगीर से अनुमति प्राप्त की। यद्यपि बाद में यह अनुमति वापस ले ली गई।
1611 ई0 में मसुलीपट्टनम में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित हुई।
अंग्रेजो 1613 ई0 में सूरत में फैक्ट्री स्थापित करने की अनुमति प्राप्त की जिससे दुबारा सूरत में 1613 ई0 में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित हुई।
1616 ई0 में डचों तथा 1668 ई० में फ्रांसीसियों ने भी सूरत में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
Incorrect
व्याख्या-
1608 में सूरत में सर्वप्रथम अपनी फैक्ट्री अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने स्थापित की।
1608 ई0 में विलियम हाकिंस ने मुगल बादशाह जहाँगीर से अनुमति प्राप्त की। यद्यपि बाद में यह अनुमति वापस ले ली गई।
1611 ई0 में मसुलीपट्टनम में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित हुई।
अंग्रेजो 1613 ई0 में सूरत में फैक्ट्री स्थापित करने की अनुमति प्राप्त की जिससे दुबारा सूरत में 1613 ई0 में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित हुई।
1616 ई0 में डचों तथा 1668 ई० में फ्रांसीसियों ने भी सूरत में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
Unattempted
व्याख्या-
1608 में सूरत में सर्वप्रथम अपनी फैक्ट्री अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने स्थापित की।
1608 ई0 में विलियम हाकिंस ने मुगल बादशाह जहाँगीर से अनुमति प्राप्त की। यद्यपि बाद में यह अनुमति वापस ले ली गई।
1611 ई0 में मसुलीपट्टनम में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित हुई।
अंग्रेजो 1613 ई0 में सूरत में फैक्ट्री स्थापित करने की अनुमति प्राप्त की जिससे दुबारा सूरत में 1613 ई0 में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित हुई।
1616 ई0 में डचों तथा 1668 ई० में फ्रांसीसियों ने भी सूरत में अपनी फैक्ट्रियां स्थापित की।
Question 9 of 10
9. Question
1 points
भारत में पश्चिमी तट के निम्नलिखित में से किस एक स्थान पर इंग्लिश फैक्ट्री थी
Correct
व्याख्या-
सत्रहवीं शताब्दी. के आरंभ में इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी इंग्लैण्ड की सबसे बड़ी कंपनी थी।
पूर्व में व्यापार पर इंग्लिश ईस्ट इंडिया का पूर्ण नियंत्रण था
भारत में पश्चिमी तट के तेल्लीचेरी इंग्लिश फैक्ट्री थी
इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी अंग्रेज व्यापारियों को व्यापार करने से रोकते थे।
1608 में सूरत में सर्वप्रथम अपनी फैक्ट्री अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने स्थापित की।
1608 ई0 में विलियम हाकिंस ने मुगल बादशाह जहाँगीर से अनुमति प्राप्त की। यद्यपि बाद में यह अनुमति वापस ले ली गई।
जहांगीर ने अंग्रेजी दूत हाकिंस का स्वागत किया तथा 400 जात का मनसब प्रदान किया।
Incorrect
व्याख्या-
सत्रहवीं शताब्दी. के आरंभ में इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी इंग्लैण्ड की सबसे बड़ी कंपनी थी।
पूर्व में व्यापार पर इंग्लिश ईस्ट इंडिया का पूर्ण नियंत्रण था
भारत में पश्चिमी तट के तेल्लीचेरी इंग्लिश फैक्ट्री थी
इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी अंग्रेज व्यापारियों को व्यापार करने से रोकते थे।
1608 में सूरत में सर्वप्रथम अपनी फैक्ट्री अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने स्थापित की।
1608 ई0 में विलियम हाकिंस ने मुगल बादशाह जहाँगीर से अनुमति प्राप्त की। यद्यपि बाद में यह अनुमति वापस ले ली गई।
जहांगीर ने अंग्रेजी दूत हाकिंस का स्वागत किया तथा 400 जात का मनसब प्रदान किया।
Unattempted
व्याख्या-
सत्रहवीं शताब्दी. के आरंभ में इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी इंग्लैण्ड की सबसे बड़ी कंपनी थी।
पूर्व में व्यापार पर इंग्लिश ईस्ट इंडिया का पूर्ण नियंत्रण था
भारत में पश्चिमी तट के तेल्लीचेरी इंग्लिश फैक्ट्री थी
इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी अंग्रेज व्यापारियों को व्यापार करने से रोकते थे।
1608 में सूरत में सर्वप्रथम अपनी फैक्ट्री अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने स्थापित की।
1608 ई0 में विलियम हाकिंस ने मुगल बादशाह जहाँगीर से अनुमति प्राप्त की। यद्यपि बाद में यह अनुमति वापस ले ली गई।
जहांगीर ने अंग्रेजी दूत हाकिंस का स्वागत किया तथा 400 जात का मनसब प्रदान किया।
Question 10 of 10
10. Question
1 points
फोर्ट विलियम की प्रेसीडेंसी किस वर्ष अस्तित्व में आई?
Correct
व्याख्या –
1697 में कलकत्ता में फोर्ट विलियम की नींव पडी।
1700 ई.में ब्रिटिश सम्राट विलियम तृतीय के नाम पर इसे फोर्ट विलियम नाम पड़ा ।
1700 में कम्पनी ने बंगाल को मद्रास से स्वतंत्र एक अलग प्रेसीडेन्सी बनाया था।
Incorrect
व्याख्या –
1697 में कलकत्ता में फोर्ट विलियम की नींव पडी।
1700 ई.में ब्रिटिश सम्राट विलियम तृतीय के नाम पर इसे फोर्ट विलियम नाम पड़ा ।
1700 में कम्पनी ने बंगाल को मद्रास से स्वतंत्र एक अलग प्रेसीडेन्सी बनाया था।
Unattempted
व्याख्या –
1697 में कलकत्ता में फोर्ट विलियम की नींव पडी।
1700 ई.में ब्रिटिश सम्राट विलियम तृतीय के नाम पर इसे फोर्ट विलियम नाम पड़ा ।
1700 में कम्पनी ने बंगाल को मद्रास से स्वतंत्र एक अलग प्रेसीडेन्सी बनाया था।